14149 | The Cyber Hymnal#14150 | 14151 |
Text: | तू है कितना अज़ीम |
Author: | Carl G. Boberg |
Translator: | Unknown |
Tune: | [ऐ मेरे रब्ब जब हैरत में देखता हूँ] |
Media: | MIDI file |
1 ऐ मेरे रब्ब जब हैरत में देखता हूँ
और सोचता तेरी कुदरत का कमाल
आसमान के तारे बादल की गरज़ में
मैं देखता आलम में तेरा जलाल.
कोरस:
तब मेरी रूह तेरी सना गाती
तू है अज़ीम कितना अज़ीम
तब मेरी रूह तेरी सना गाती
तू है अज़ीम कितना अज़ीम.
2 जब जंगल वादी में, मैं फिरता रहता
और सुनता चिड़ियों की सुहानी राग
और पर्वत की हवा और नदियों में
मैं देखता हूँ एक आसमानी मार्ग. [कोरस]
3 जब सोचता हूँ कि मेरे रब्ब ने प्यार से
भेजा था अपने बेटे को यहां
कि मेरा बोझ सलीब पर वह उठाए
और ख़ून बहा कर फिदया दे वहां. [कोरस]
4 जब येसु तू आयेगा मुझे लेने
आसमान पर होगी एक आवाज़ हलीम
फिर झुक कर मैं सिजदे गाऊंगा, रब्ब
और पुकारूंगा तू ही है अज़ीम. [कोरस]
Text Information | |
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First Line: | ऐ मेरे रब्ब जब हैरत में देखता हूँ |
Title: | तू है कितना अज़ीम |
Swedish Title: | O store Gud, när jag den värld beskåda |
Author: | Carl G. Boberg (1886) |
Translator: | Unknown |
Refrain First Line: | तब मेरी रूह तेरी सना गाती |
Language: | Hindi |
Copyright: | Public Domain |
Tune Information | |
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Name: | [ऐ मेरे रब्ब जब हैरत में देखता हूँ] |
Key: | B♭ Major |
Source: | Swedish Folk Melody |
Copyright: | Public Domain |